चीन में एशियन गेम्स में हिस्सा लेंगे, खेल मंत्री से प्रैक्टिस के लिए डेढ़ महीना मांगा
शाह टाइम्स ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले देश के शीर्ष पहलवान पिछले काफी समय से खेल से दूर हैं। अब खिलाड़ी फिर से मैट पर लौटने का मन बना रहे हैं।
3 माह बाद होने वाली एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए पहलवानों ने अपनी इच्छा जताई है। इधर, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सभी राष्ट्रीय महासंघों का लक्ष्य एशिया ओलिंपिक परिषद द्वारा निर्धारित 15 जुलाई की समय सीमा से पहले एशियाई खेलों के लिए टीम को अंतिम रूप देना है। गेम्स 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चीन के हांग्जो में होने वाले हैं। भारतीय ओलिंपिक संघ ने 27 अप्रैल को बताया था कि तीन सदस्यीय एडहाॅक समिति कुश्ती महासंघ के दिन-प्रतिदिन के मामलों को देख रही है।
भारत का डब्ल्यूएफआई जून के अंतिम सप्ताह में चयन परीक्षणों का आयोजन करेगा। हालांकि पहलवान ट्रायल्स के लिए तैयार होने के लिए कुछ और समय चाहते हैं। साक्षी मलिक के पति और अंतर्राष्ट्रीय पहलवान सत्यव्रत कादियान ने कहा हम चयन ट्रायल में हिस्सा लेना चाहते हैं, लेकिन इसकी तैयारी के लिए हमें कम से कम डेढ़ महीने की ट्रेनिंग की जरूरत है। काम्पिटिटिव मोड में वापस आना पहलवानों के लिए एक कठिन काम होगा, क्योंकि कुछ पहलवानों ने पिछले साल सितंबर में विश्व चैम्पियनशिप के बाद से प्रतिस्पर्धा नहीं खेली है, जबकि कुछ अन्य ने आखिरी बार अगस्त, 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान मैट पर वापसी की थी। पहलवानों ने हाल ही में कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से नाम वापस ले लिया था, जबकि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने भी विरोध के कारण अप्रैल में अपने अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविरों से हटने का फैसला किया था।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को दोहराया कि एक महिला की अध्यक्षता वाली डब्ल्यूएफआई आंतरिक शिकायत समिति के गठन सहित पहलवानों की मांगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा, मैंने कल भी कहा था, हमारी प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ बहुत सकारात्मक बैठक हुई थी। वे जो भी मुद्दे उठाते हैं, हमने उन पर चर्चा की। हमने कहा है कि 15 जून तक चार्जशीट दाखिल की जाएगी और डब्ल्यूएफआई के चुनाव 30 जून तक होंगे। ठाकुर ने कहा कि हम चाहते हैं पहलवान मैट पर लौटें और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें।