पेशाब कांड वीडियो पर मचा तूफान अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था कि अब एक और वायरल वीडियाे ने प्रदेश में राजनीति गर्म कर दी है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में सीधी जिले से जुड़े एक अमानवीय वीडियो पर मचा तूफान अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ था कि अब ग्वालियर जिले के डबरा के एक और वायरल वीडियाे ने प्रदेश में राजनीति गर्म कर दी है। इस संबंध में आज गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि ग्वालियर मारपीट के मामले में फरियादी करण की रिपोर्ट पर कायमी की जाकर वीडियो में दिख रहे दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
इसके पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा कि प्रदेश में गुंडागर्दी जारी है, दलित-आदिवासियों के अत्याचार के बाद अब अल्पसंख्यक को कार में किडनैपिंग कर भद्दी गालियां दीं, चप्पलों से पीटा और तलवे चटवाए। ये मामला गृह मंत्री के क्षेत्र डबरा का है और आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि गृह मंत्री डॉ मिश्रा को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए । इसी संबंध में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि वायरल वीडियो मामले में फरियादी करण गोस्वामी की तरफ़ से दर्ज कराई गई शिकायत पर थाना यूनिवर्सिटी ग्वालियर में चार आरोपियों पर अपहरण एवं मारपीट का क़ायम किया गया है।
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उनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पूर्व में 21 मई को मोहसीन और उसके साथियों द्वारा गोलू और चेतन शर्मा नाम के युवकों के साथ मारपीट करना पाया गया है, जिसमें थाना डबरा में अपराध पंजीबद्ध होकर चालान हो गया है। तथ्यों से स्पष्ट होता है कि यह मारपीट दो तरफा है पहले मोहसिन ने गोलू एवं साथियों को पीटा, तत्पश्चात गोलू एवं साथियों ने मोहसिन को मारा पीटा। उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य का विषय है कि अरुण यादव जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी बिना मामले का संज्ञान लिए, सतही और सनसनी फैलाने वाले ट्वीट कर मध्यप्रदेश को बदनाम करने की साजिश में लगे हैं।