~Gopi Saini
उत्तर प्रदेश, (शाह टाइम्स)। केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हर साल 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने का ऐलान किया है। इसके लिए सरकार द्वारा बाकायदा नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद विपक्ष के नेता भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हो गए हैं।
केंद्र सरकार ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने का ऐलान किया है। इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा, अगर हत्या की बात ही करनी है तो क्यों ना हर दिन इस देश में रोजगार हत्या दिवस, किसान हत्या दिवस और महिला सुरक्षा हत्या दिवस मनाया जाए। कांग्रेस के साथ ही समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने भी हमला बोला है।
अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बीजेपी से कई सवाल किए हैं। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी बताए कि मणिपुर में नारी के मान-अपमान हत्या दिवस, हाथरस की बेटी हत्या दिवस, लखीमपुर में किसान हत्या दिवस, कानपुर देहात में मां-बेटी हत्या दिवस, तीन काले कानूनों से कृषि हत्या दिवस, पेपर लीक करके हुए परीक्षा प्रणाली हत्या दिवस, अग्निवीर से हुए सामान्य सैन्य भर्ती हत्या दिवस, बेरोजगारी से हुए युवा सपनों के हत्या दिवस, बढ़ती महंगाई से हुए आम परिवारों के भविष्य के हत्या दिवस, नोटबंदी व जीएसटी लागू करने से हुए व्यापार हत्या दिवस, यश भारती जैसे पुरस्कार बंद करने से हुए हुनर-सम्मान हत्या दिवस, जनसंख्या में आनुपातिक प्रतिनिधित्व न देकर सामाजिक न्याय का हत्या दिवस, सरकारी नौकरी के अवसर खत्म करके आरक्षण के हत्या दिवस, पुरानी पेंशन के हत्या दिवस, संदेहास्पद हो गये ईवीएम न हटाकर बैलेट पेपर हत्या दिवस जैसे बीजेपी राज में आए अनेक काले दिनों के लिए कौन सी तिथि चुनी जाए?
संविधान की हत्या करने वाला पैदा नही हुआ
वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि BJP ने ‘संविधान हत्या’ शब्द का नाम दिया है। संविधान हत्या ये दो शब्द कभी एक साथ जा ही नहीं सकते। इस देश में संविधान की हत्या करने वाला आज तक कोई पैदा ही नहीं हुआ है। अगर संविधान की बात ही करनी थी तो संविधान रक्षा, संविधान बचाओ या संविधान सर्वोपरि की बात भी कर सकते थे लेकिन ‘हत्या’ शब्द BJP के अंदर की नफरत, कुंठा और हिंसा का परिचायक है।
संविधान बदलने की BJP की साजिश नाकाम
कांग्रेस ने आगे कहा, असलियत यह है कि संविधान बदलने की BJP की साजिश नाकाम हो गई और इस देश की जनता ने उनके षड्यंत्र का पर्दाफाश कर दिया। आज बात अग्निवीर, मणिपुर, बेरोज़गारी, महंगाई पर होनी चाहिए। अगर हत्या की बात ही करनी है तो क्यों ना हर दिन इस देश में रोजगार हत्या दिवस, किसान हत्या दिवस, महिला सुरक्षा हत्या दिवस मनाया जाए।