विभागाध्यक्ष व सचिव की जिम्मेदारी तय होगीः सीएम
निगरानी के लिए शासन स्तर पर एक मॉनिटरिंग सेल बनेगा
धनराशि स्वीकृत होने के बाद फाइल अनावश्क रूप से शासन में लंबित न रहे
Report by – Mohd Shahnazar
देहरादून। राज्य में संचालित केन्द्र पोषित योजनाओं (centrally funded schemes centrally funded schemes)के तहत केन्द्र सरकार (Central Government)से प्राप्त होने वाली धनराशि का विकास कार्यों में शत प्रतिशत धनराशि खर्च किया जाए। इसके लिए विभागाध्यक्ष व सचिव की जिम्मेदारी तय की जायेगी। केन्द्र पोषित योजनाओं (centrally funded schemes centrally funded schemes) के तहत निगरानी के लिए शासन स्तर पर एक मॉनिटरिंग सेल बनाया जाय। विभाग की और से केन्द्र सरकार(Central Government) को प्रस्ताव भेजे जाने, प्रस्ताव पर स्वीकृति के बाद विभागों की और से किये जा रहे कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जाय। यह निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(Chief minister Pushkar Singh Dhami) ने सचिवालय में केन्द्र पोषित योजनाओं(centrally funded schemes centrally funded schemes) एवं बाह्य सहायतित परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री(Chief minister Pushkar Singh Dhami) ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्रपोषित योजनाओं के तहत योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए किसी भी विभाग को कोई समस्या आ रही है तो मुख्यमंत्री (Chief minister Pushkar Singh Dhami)कार्यालय को समस्या से शीघ्र अवगत कराया जाय। समस्या के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर समाधान निकाला जायेगा। मुख्यमंत्री(Chief minister Pushkar Singh Dhami) ने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि विभिन्न विकास योजनाओं के तहत केन्द्र सरकार से धनराशि स्वीकृत होने के बाद फाइल अनावश्क रूप से शासन में लंबित न रहे। विभागीय सचिव अपने स्तर से स्वीकृत धनराशि जारी करें। मुख्यमंत्री (Chief minister Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग के तहत जिन केन्द्र पोषित योजनाओं (centrally funded schemes centrally funded schemes) के तहत कार्य हो रहे हैं, मार्च 2024 तक विभाग ने इसके लिए क्या प्लान बनाया है, वह प्लान प्रस्तुत किया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, एल. फैनई, सचिव आर. मीनाक्षी सुदंरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, बृजेश कुमार संत, दीपेन्द्र चौधरी, डॉ. आर. राजेश कुमार, चन्द्रेश कुमार यादव, विजय कुमार यादव, अपर सचिव योगेन्द्र यादव, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य की कार्यदाई संस्थाओं को प्राथमिकता दी जाए
मुख्यमंत्री धामी (Chief minister Pushkar Singh Dhami)ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवस्थापना विकास से सबंधित कार्यों में तेजी लाई जाय। कार्यदाई संस्थाओं के चयन के लिए विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बाद चयन प्रक्रिया अविलम्ब प्रारम्भ कराई जाये, ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन में विलंब न हो। राज्य की कार्यदाई संस्थाओं को पहले प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री (Chief minister Pushkar Singh Dhami) ने बैठक के दौरान 50 करोड़ रूपये से अधिक बजट की 22 विभागों की 42 केन्द्र पोषित योजनाओं की समीक्षा की। बाह्य सहायतित योजनाओं के कार्यों में भी और तेजी लाने के निर्देश मुख्यमंत्री (Chief minister Pushkar Singh Dhami) ने अधिकारियों को दिये।
4 हजार 204 करोड़ स्वीकृत, खर्च किया 1 हजार 759 करोड़
बैठक में बताया गया कि केन्द्रीय पोषित योजनाओं के तहत राज्य के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिये कुल 15 हजार 583 करोड़ रूपये का प्राविधान किया गया है। इस वित्तीय वर्ष में 31 जुलाई 2023 तक 4 हजार 204 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है। जिसके सापेक्ष 1 हजार 759 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय की जा चुकी है। 31 जुलाई 2023 तक बजट के सापेक्ष 27 प्रतिशत धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है। स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष अभी तक 42 प्रतिशत धनराशि व्यय की जा चुकी है। जबकि राज्य में 8338 करोड़ रूपये की 12 बाह्य सहायतित परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, जबकि 17165 करोड़ की 10 बाह्य सहायतित परियोनाएं पाईपलाईन में हैं।
धामी फिर गऐ दिल्ली(Delhi), तीन दिन वहीं बिताएंगे
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री(Union Energy Minister) समेत उद्योगपतियों से करेंगे मुलाकात
दिल्ली दौरे के दौरान तमाम निवेशकों से भी होगी सीएम की वार्ता
उत्तराखण्ड(Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी((Chief minister Pushkar Singh Dhami) एक बार फिर दिल्ली (Delhi)के लिये रवाना हो गये है, शुक्रवार शाम को दिल्ली रवाना होने से पहले सीएम धामी (Chief minister Pushkar Singh Dhami)ने कई बैठके ली फिर तीन दिन के लिये दिल्ली रवाना हो गये। सीएम धामी का यह दौरा दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए तमाम वर्ग के उद्योगपतियों, संस्थाओं के साथ बैठकों का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को भी सीएम धामी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। अब सीएम धामी दिल्ली दौरे के दौरान तमाम निवेशकों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही सीएम तमाम केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं, जिससे राज्य में चल रही विकास योजनाओं को गति मिल सके। सीएम धामी ने कहा इन्वेस्टर समिट की तैयारी को लेकर शुरुआत हो चुकी है।
नीतिगत आधार और मार्गदर्शन उपलब्ध कराये जाने के लिए गठित मुख्यमंत्री (Chief minister Pushkar Singh Dhami)सलाहकार समूह की पहली बैठक देहरादून (Dehradun)में आयोजित की गई, इस बैठक में राज्य में औद्योगिक निवेश बढ़ाने, रोजगार को बढ़ावा देने और राज्य की आर्थिकी में वृद्धि के लिए आगे की कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई। राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए और क्या बेहतर काम किये जा सकते हैं, इसके लिए औद्योगिक जगत से जुड़े लोगों से सुझाव लिये गये हैं। ऐसे में दिल्ली(Delhi) में भी तमाम निवेशकों से भी चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों से लगातार संवाद हो रहे हैं।